रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।। • रोली, कपूर, चंदन तथा गोरोचन समान मात्रा में मिलाकर गंगाजल में घोंटकर तिलक लगाने से देखने वाले व्यक्ति वशीभूत होते हैं। सिद्धि गुरुर चरण राडिर कालिकार आज्ञा। गारुड तलनम वार भाषइ, लाडि भोजाइ आमि पिशाचि अमुकार (नाम) Typically, Vashikaran was utilized https://edgardkjhc.blogars.com/33128789/5-simple-techniques-for-matangi