अंत में, हार मानते हुए, लोमड़ी ने अपनी नाक घुमाई और कहा, “वे वैसे भी खट्टे हैं,” और आगे बढ़ गयी। पंचतंत्र की कहानी: मूर्ख बातूनी कछुआ – murkh batuni kachua अरे हंस मेरी पत्नी को लेकर कहाँ जा रहे हो। हर कार्य को करने से पहले अच्छी तरह सोचना https://lokhitkhabar.com/