कितनी ही याद आएगी तेरी, एक दिन भूल जाऊंगा, देखना अब मैं कभी लौटकर नहीं आऊंगा। वो हर बार मुझे छोड़ के चले जाते हैं तन्हा !! हफ़ीज़ जालंधरी टैग : दोस्त शेयर कीजिए वही कारवाँ वही रास्ते वही ज़िंदगी वही मरहले कुछ तो हवा भी सर्द थी कुछ था https://youtu.be/Lug0ffByUck